Shiv chaisa - An Overview

वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे॥

जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥

Lord, once the ocean was churned and also the lethal poison emerged, out of your respective deep compassion for all, You drank the poison and saved the whole world from destruction. Your throat became blue, Hence That you are often known as Nilakantha.

दिल्ली के प्रसिद्ध हनुमान बालाजी मंदिर

देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु Shiv chaisa आप निवारा॥

कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥

अंग गौर शिर Shiv chaisa गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥

बृहस्पतिदेव की कथा

प्रतिदिन शिव चालीसा का पाठ करने से आपके जीवन की कठनाईया दूर होती हैं ।

सुबह shiv chalisa lyricsl जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।

प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला। जरत सुरासुर भए विहाला॥

कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥

दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥

जय जय तुलसी भगवती सत्यवती सुखदानी। नमो नमो हरि प्रेयसी श्री वृन्दा गुन खानी॥

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